ग्रह शांति से तात्पर्य है की जातक की कुंडली में कुछ ग्रह ऐसे भी होते है जो फलदाता के विरुद्ध कार्य करते है जिसका जातक के जीवन में बुरा प्रभाव पड़ता है ग्रह जितना प्रबल होगा उतना ही जयदा फल देने वाला होगा और जितना ग्रह निष्क्रिय होगा या विमुख होगा उतना ही घातक होगा, बिज़नेस में लगातार विफलता मिलना , किसी कार्य में मन न लग्न , धन की हानि यह सब ग्रहों के आपके विरुद्ध या निष्क्रिय होने से ही होता है। सभी ग्रहो की अपनी अपनी पूजा व अनुष्ठान होते है जिसको ज्योतिषाचार्य कृष्णा त्रिपाठी विधि विधान से संपन्न करवाते है उनके द्वारा किये गए अभी तक सभी अनुष्ठानो सफल रहे है।

ज्योतिषाचार्य कृष्णा त्रिपाठी जी के अनुसार 9 ग्रहों का प्रभाव सभी प्राणियों पर होता है। यहां तक कि जल और पेड़-पौधों पर भी इनका प्रभाव पड़ता है। इन ग्रहों का शुभ फल पाने के लिए और उनके दुष्प्रभाव को शांत करने के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं जिनका ज्योतिषाचार्य कृष्णा त्रिपाठी के द्वारा विधि-विधान से अनुष्ठान व पूजा करवाई जाती है जिससे जातक को अवश्य ही लाभ मिलता है जिससे की जातक फिर से ख़ुशी भरा जीवन यापन करने लगता है और अधिक जानकारी के लिए आज ही हमसे संपर्क करे –